चौबिसै घण्टा
निराशाका कुरा, पश्चातापका कुरा
बारम्बार
असन्तुष्टीका कुरा, असमञ्जसका कुरा
अबका बिसौनी
सबैमा
आत्म-सन्तुष्टी मुस्कुराउने आश
जाँगरहरु स्वत-स्फूर्त जुर्मुराउने आश!
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Posted in कविता on 01/01/2018| Leave a Comment »
चौबिसै घण्टा
निराशाका कुरा, पश्चातापका कुरा
बारम्बार
असन्तुष्टीका कुरा, असमञ्जसका कुरा
अबका बिसौनी
सबैमा
आत्म-सन्तुष्टी मुस्कुराउने आश
जाँगरहरु स्वत-स्फूर्त जुर्मुराउने आश!
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